विशेष संवाददाता द्वारा
रांची. रूस-यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा की शुरूआत की गई है. ऑपरेशन गंगा के तहत एअर इंडिया और अन्य विमानों के जरिए यूक्रेन से भारतीयों को वापस इंडिया लाया जा रहा है. ऐसे में आपको बताते हैं झारखंड की एक ऐसी बेटी की दास्तान, जिसे सुनकर हर झारखंडवासियों को गर्व होगा. रांची की मनिता को भारत सरकार ने “ऑपरेशन गंगा” के लिए चुना है. मनिता 25 फरवरी से रोमानिया में रहकर यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद कर रही है.
रांची की अफसर बिटिया मनिता रोमानिया में रह रही है और यूक्रेन में जाकर वहां फंसे छात्रों को बाहर निकाल रही है. उन्होंने बताया कि यूक्रेन में स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. इंडियन स्टूडेंट्स कोई पैदल तो कोई बस के माध्यम से ही यूक्रेन बॉर्डर तक पहुंच रहे हैं. स्टूडेंट्स जब यूक्रेन से रोमानिया के बॉर्डर तक पहुंच रहे हैं तो वहां मौजूद भारतीय अधिकारियों को देख कर वे राहत की सांस ले रहे हैं. कई बच्चें घबराए हुए भी हैं, तो कई बच्चे हमारे साथ दूसरों की भी मदद करने में लग जाते हैं.
मनिता के परिजनों का कहना है कि यह बेहद ही गर्व की बात है कि रांची की एक बेटी को ऑपरेशन गंगा के लिए चयनित किया गया है. 25 फरवरी को ही मनिता को दिल्ली से रोमानिया भेजा गया है. वो इस युद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद कर रही है.
परिजनों ने बताया कि मनिता पहले भी 5 साल रूस में रह चुकी है. रसियन भाषा में अच्छी पकड़ होने के चलते मनिता को इसके लिए चुना गया है. लेकिन माता पिता होने के नाते हमारे अंदर भी एक डर बना हुआ है कि कब हमारी बच्ची सही सलामत घर लौटेगी.
यूक्रेन-रूस के युद्ध के कारण आज पूरी दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी विनाश की भयानक आशंका से कांप रही है. एक तरफ जहां अन्य देश यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ कर अपने हाथ खड़े कर दिये हैं, तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों की सकुशल वतन वापसी हो रही है. इस मिशन में झारखंड की बेटी अपनी जान को जोखिम में डालकर देशवासियों को मदद दे रही है.